नमस्कार दोस्तों आप सभी का Ab expertstudy में स्वागत है। विभिन्न भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक / इकाइयो की आधारभूत जानकारी दी गयी है। जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ -साथ दैनिक जीवन के सन्दर्भ में अति आवशयक है। इस Articleमें मूल मात्रक, सहायक मात्रक,व्युत्पन्न मात्रक एवं विभिन्न प्रणाली का अध्ययन किया गया है।जिसका अध्ययन परीक्षार्थी करके भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक सम्बन्धित सभी प्रश्नो का उत्तर आसानी से कर सकते है।
-:विषय सूची:-
1 -भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक / इकाइयां
2- मूल भौतिक राशियाँ एवं उनके मूल मात्रक
3- व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ एवं उनकेव्युत्पन्न मात्रक
4- व्युत्पन्न मात्रकके विशेष नाम
5 - इकाई की प्रणाली
6-अंतर्राष्ट्रीय प्रणामी के मात्रक
7-व्युत्पन्न मात्रक के उदाहरण
8 -कुछ व्युत्पन्न इकाइयाँ विशेष नाम
9 -एस आई पूर्व प्रत्यय
10 - लम्बाई के गैर मैट्रिक मात्रक /इकाइयां
7 - निष्कर्ष
1 -भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक / इकाइयां:-
आज हम इस Article में मध्य से भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक /इकाइयां के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है।
भौतिक राशि - जिस राशि का मापन संभव है उसे भौतिक राशि कहते है। जिनके प्रत्येक्ष एवं अप्रत्येक्ष रूप से मापन किया जाता है। जिनके सन्दर्भ में भौतिक के कुछ बताये गये है।
(1) मापने के लिये एक इकाई का भौतिक राशि होनी चाहिए।
(2 )यह पता लगाना किवह इकाई उस भौतिक मात्रा में कितनी बार समाहित है।
भौतिक राशि का मापन = संख्यात्मक मूल्य X माप के मात्रक
भौतिक राशि दो प्रकार की होती है -
1-मूल राशि
2 - व्युत्पन्न राशि
भौतिक राशि का मात्रक - किसी भी राशि की माप करने के लिए उस राशि को किसी निश्चित परिमाण को मानक मान लिया जाता है ,तो उसे राशि का मात्रक कहते है। जैसे - किसी घर की लम्बाई को मीटर में मापते है, तो उसका मात्रक मीटर हुआ। मात्रक दो प्रकार के होते है।
1 - मूल मात्रक ( Fundamental units)
2- व्युत्पन्न मात्रक ( Derived units)
2- मूल भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक :-
भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक के बारे में जानकारी दी गयी है। आगे मूल भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक / के बारे में पूरी जानकारी दी जायेगी ,जो अति उपयोगी है।
मौलिक/ मूल भौतिक राशियाँ - मूल भौतिक राशियाँ , वे भौतिक राशियाँ है ,जो किसी अन्य भौतिक राशियों से प्राप्त नहीं की जा सकती है। तथा न स्वयं से और न ही सरल भौतिक राशियों की जा सकती है। यान्तिकी में तीन मूल भौतिक राशियां होती है ,जो निम्न है- द्रव्यमान ,लम्बाई एवं समय है।
सात मूल भौतिक राशियां होती है ,जो निम्नलिखित है - लम्बाई ,द्रव्यमान , समय ,विद्युत धारा,उष्मागतिकी ताप , पदार्थ की मात्रा ,ज्योति तीब्रता। भौतिक में उपयोग कीजाने वाली अन्य सभी भौतिक राशियां इन सात भौतिक राशियों से प्राप्त किये जाते है।
मूल मात्रक/इकाइयां- मौलिक भौतिक राशियों के इकाइयो को मूल मात्रक कहते है। मूल मात्रक किसी अन्य मात्रक पर निर्भर नहीं होते है। मूल मात्रक भी सात होते है। जो मूल भौतिक राशियों की इकाइयो से प्राप्त होते है। जो निम्न है।
क्रम क़० -- मूल भौतिक राशियाँ --- मूल मात्रक/इकाइयां
1 लम्बाई ----- मीटर
2- द्रव्यमान ----- किग्रा
3- समय --- सेकेन्ड
4- विद्युत धारा ---- एम्पियर
5- उष्मागतिकी ताप ----- केल्विन
6 - पदार्थ की मात्रा ----- मोल
7- ज्योति तीब्रता ----- कंडेला
3- व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ एवं उनके व्युत्पन्न मात्रक : -
वे भौतिक राशियाँ जो मूलभूत भौतिक राशियों से प्राप्त किये जाते है ,उसे व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ कहते है।व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ के इकाइयो को व्युत्पन्न मात्रक /इकाइयाँ कहा जाता है। सभी व्युत्पन्न मात्रक,मूल मात्रक पर निर्भर होते है। जैसे - चाल का मात्रक मीटर / सेकण्ड होते है।
5 - इकाई की प्रणाली (systems of units) :-
विश्व के वभिन्न देशो में विभिन्न प्रकार की इकाई प्रणाली अपनाई गयी है। इकाई प्रणाली चार प्रकार की होती है।
1 - M K S System or French System - इसे फ्रैंच प्रणाली कहते है। इसमें मौलिक भौतिक राशियो द्रव्यमान ,लम्बाई ,और समय को क्रमशः किलोग्राम (Kg ),मीटर (m ), सेकेन्ड (s ) इकाई से प्रदर्शित करते है।
2 -C G S System or Gaussian System - यह गौसियन प्रणाली है। मौलिक भौतिक राशियो द्रव्यमान ,लम्बाई ,और समय को क्रमशः ग्राम (g ),सेंटीमीटर (cm ), सेकेन्ड (s ) इकाई से प्रदर्शित करते है।
3- F P S System or British System- इसे ब्रिटिश प्रणाली कहते है।इसमें मौलिक भौतिक राशियो द्रव्यमान ,लम्बाई ,और समय को क्रमशः पौण्ड ( l b )फुट (f t ), सेकेन्ड (s ) इकाई से प्रदर्शित करते है।
4 - MKSA System - इसमें मौलिक भौतिक राशियो द्रव्यमान ,लम्बाई , समय और विद्युत धारा को क्रमशः किलोग्राम (Kg ),मीटर (m ), सेकेन्ड (s ), एम्पियर(A ) इकाई से प्रदर्शित करते है। इसे MKSA प्रणाली कहते है
6-अंतर्राष्ट्रीय प्रणामी के मात्रक(SI Uniks)-
1792 में फ्रेंच एकेडमऑफ साइंस ने दशमलव प्रणाली के आधार पर माप की एक दशमलव प्रणाली के आधार पर माप की एक मीट्रिक प्रणाली तैयार की है।
अक्टूबर 1960 में, वजन और माप पर ग्यारहवें आम सम्मेलन ने एसआई इकाइयों नामक इकाइयों की एक अंतरराष्ट्रीय प्रणाली को अपनाया।
बेस यूनिट्स (base units)-
इसमें सात आधार भौतिक मात्राओं के अनुरूप सात आधार इकाइयाँ हैं |
Table S I Base units -
क्रम सं - मूल भौतिक राशियां - SI Units name / symbol
1 लम्बाई ----- मीटर -- ( m )
2- द्रव्यमान ----- किग्रा -- (kg)
3- समय --- सेकेन्ड -- ( s)
4- विद्युत धारा ---- एम्पियर -- (A)
5- उष्मागतिकी ताप ----- केल्विन -- ( K )
6 - पदार्थ की मात्रा ----- मोल -- (Mol)
7- ज्योति तीब्रता ----- कंडेला -- (cd )
दो पूरक मात्राएँ :-
1- plane angle के मात्रक रेडियन होते है।
2 - Solid angle के मात्रक स्टेरेडियन होते है।
7-व्युत्पन्न मात्रक के उदाहरण :-
राशि (चिन्ह ) ------मानक अंतर्राष्ट्रीय मात्रक/इकाई(चिन्ह) -- वैकल्पिक इकाइयां (चिन्ह)
बल एवं भार --- न्यूटन (N ), किग्रा मी /सेकेंड ². , Kg . m /s². डाइन (dyn ), पाउंड(lb)
आवेग -- न्यूटन-सेकेंड,किग्रा मी /सेकेंड (Kg . m /s) डाइन-सेकेंड
कार्य --- न्यूटन- मी (N -m) , जूल डाइन-सेमी
क्रिया ---- जूल -सेकेंड , किग्रा मी ² ------
संवेग --- किग्रा मी /सेकेंड ग्राम सेमी/ सेकेंड
कोणीय संवेग -- किग्रा मी ² /सेकंड ग्राम सेमी ²/ सेकेंड
बल आघूर्ण -- न्यूटन- मी, किग्रा मी ² -----
शक्ति -- वाट (w ), जूल /सेकेंड अश्वशक्ति(hp )1 hp =746w
ऊर्जा -- जूल , न्यूटन- मी अर्ग , वांट ऑवर (wh ), किलो वाट ऑवर
ऊष्मा --- जूल ,कैलोरी किलो कैलोरी
चुंबकीय फ्लक्स - वेबर ,वोल्ट /सेकेंड ,जूल /एम्पियर मैक्सवेल
प्रदीप्त फ्लक्स -- वाट -------
ज्योति फ्लक्स ----- ल्यूमेन --------
कोणीय वेग /चाल -- रेडियन /सेकेंड डिग्री /सेकेंड
कोणीय संवेग -- रेडियन /सेकेंड ² डिग्री /सेकेंड ²
आवृत्ति --- हर्ट्ज , प्रति सेकेंड किलो हर्ट्ज ,मेगा ,गीगा ,तेरा
तरंग दैध्य ---मीटर सेमी ,मिमी ,माइक्रोमीटर ,नैनोमीटर, एंगस्ट्राग (A°)
आंकड़ा --- बिट ,बाइट किलोबिट,गीगाबिट ----
8 -कुछ व्युत्पन्न इकाइयाँ विशेष नाम -
व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ -- मात्रक /इकाइयां -- प्रतिक
बल न्यूटन N
दाब पास्कल Pa
ऊर्जा /कार्य जूल J
शक्ति वाट W
आवृत्ति हर्ट्ज Hz
आवेश कूलम्ब C
प्रतिरोध ओम Ω
विद्युत् प्रभाव बल - वोल्ट V
9 -एस आई पूर्व प्रत्यय :-
एस आई पूर्व प्रत्यय - मात्रक
योट्टा - 1024
जेट्टा - 1021
एक्सा - 1018
पेटा - 1015
टेरा - 1012
गीगा - 109
मेगा - 106
किलो - 103
हेक्टो - 102
डेका - 101
डेसी - 10-1
सेंटी - 10-2
मिली - 10-3
माइक्रो - 10-6
नैनो - 10-9
माइक्रॉन - 10-6
एंगस्ट्रान - 10-10
10 - लम्बाई के गैर मैट्रिक मात्रक /इकाइयां :-
लम्बाई((दूरी ) के कुछ छोटे एवं कुछ बड़ी मात्रक निम्नलिखित है।
(1) माइक्रोन (1 μm )= 10-6 m
(2 ) नैनोमीटर (1 nm )=10-9 m
(3 ) एंगस्ट्रान (1 Å =10-10 m
(4) फर्मीमीटर ( 1 fm )= - 10-1 5 m
,यहकिसी परमाणु की नाभिक का व्यास को एक फर्मीमीटर कहते है।
(5 )फैदम - इससे समुद्र की गहराई मापने में किया जाता है।
1 फैदम = 6 फीट या 1. 828 m
(6 ) 1 केबल = 100 फैदम
(7) समुद्री मील - समुद्र की दूरी मापने के लिये किया जाता है।
1 समुद्री मील = 1852 मीटर
(8 )खगोली इकाई - इससे सूर्य एवं पृथ्वी के बीच की दुरी मापी जाती है।
1AU = 1. 496 X 1011 m
(9)प्रकाश वर्ष - निर्वात में प्रकाश द्वारा एक वर्ष में तय किय गयी दूरी को प्रकाश वर्ष कहते है।
1 प्रकाश वर्ष = 9.46X1015 m
(10) पारसेक- यह दूरी का सबसे बड़ा मात्रक है ,
1 पारसेक= 3.08X 1016 m
निष्कर्ष -
इस आर्टिकल में भौतिक राशियाँ एवं उनके मात्रक / इकाइयां तथा व्युत्पन्न भौतिक राशियाँ एवं उनकेव्युत्पन्न मात्रक के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है। यदि यह आर्टिकल अच्छा एवं ज्ञानवर्धक लगा ,जिससे विभिन्न परीक्षाओ में पूछे गए प्रश्नो का उत्तर प्राप्त हो सके। तो आप अपने मित्रो को share करे एवं लिखे करे।
धन्यवाद
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